Wednesday 1 April 2015

वातानुकूलित होटलों जैसी व्यवस्था है जिला चिकित्सालय शहडोल में कहा चिकित्सकों के दल ने

शहडोल 26 मार्च 2015-उड़ीसा राज्य से शहडोल जिले की स्वास्थ्य सेवाओं का अवलोकन करने पहुंचे चिकित्सकों के दल में आज मुख्य चिकित्सा अधिकारी मयूर भंज डाॅ. चंदन मुरमुर के मार्गदर्षन में जिला चिकित्सालय शहडोल की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया तथा जिला चिकित्सालय के माकूल व्यवस्थाओं को देखकर कहा कि जिला चिकित्सालय में आधुनिक होटलों जैसी व्यवस्था है जो काफी प्रषंसनीय और सराहनीय है। चिकित्सा दल के सदस्यों ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि कम संसधानों में जिला चिकित्सालय के मरीजों को अस्पताल प्रबंधन द्वारा बेहतर से बेहतर सुविधाएं और स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है जिले के कलेक्टर स्वयं जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं की निरंतर माॅनीटरिंग कर रहे है। जिला चिकित्सालय में मोबाईल माॅनीटरिंग के माध्यम से अस्पताल की गतिविधियों की कलेक्टर द्वारा निरंतर माॅनीटरिंग की जा रही है फिल्मलेस एक्सरे सिस्टम लागू किया गया है। एप्रिन पहनना जिला चिकित्सालय में अनिवार्य कर दिया गया है एन.आर.सी. सेंटर नवजात गहन षिषु ईकाइ कंगारू मदर केयर कक्ष, मेटरनिटी कक्ष, जनरल वार्ड, प्रसूती वार्ड, आदि में आधुनिकतम सुविधाएं मरीजों को मुहैया कराई जा रही है। जिला चिकित्सालय में ब्लड बैंक की माकूल व्यवस्थाएं है जिला चिकित्सालय में अनावष्यक लोगों को नियंत्रित करने के लिए माकूल व्यवस्थाएं की गई है। जिला चिकित्सालय में सुरक्षा व्यवस्था एवं पार्किंग व्यवस्था को बेहतर से बेहतर बनाया गया है। रोगी कल्याण समिति के माध्यम से जिला चिकित्सालय में बेहतर कार्य कराएं गए है जो बेहतर और अनुकरणीय कार्य है। चिकित्सकों के दल ने कहा कि जिला चिकित्सालय शहडोल की व्यवस्थाओं को देखकर हमें भी अच्छे कार्य करने की प्रेरणा मिली है और हम प्रयास करेंगे कि उड़ीसा राज्य के मयूर भंज जिले के चिकित्सालयों में ऐसी ही व्यवस्था करने के प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालय शहडोल की व्यवस्थाओं की राष्ट्रीय स्तर और प्रदेष स्तर पर काफी चर्चाएं है तथा जिला चिकित्सालय शहडोल सीमित संसाधनों के बावजूद राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर व्यवस्थाओं के लिए अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने बताया कि फेषबुक में जिला चिकित्सालय शहडोल की बेहतर व्यवस्थाओं को देखकर तथा प्रभावित होकर कलेक्टर मयूर भंज ने जिला चिकित्सालय शहडोल और जिले की स्वास्थ्य सेवाओं के अवलोकन हेतु चिकित्सकों का दल यहां भेजा है यह भ्रमण हमारे लिए एक नया अनुभव लेकर आया है इससे हमने बहुत कुछ सीखा तथा हममे भी कुछ करने का जज्बा पैदा हुआ है। उड़ीसा से आये चिकित्सकों के दल में डाॅ. चंदन मुरमुर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी मयूर भंज डाॅ. एस.के. सतपत्थी, पी.एम.आर.डी.एफ. श्री रष्मि रंजन राउत मयूर भंज, डाॅ. प्रणव सानकर दास, डाॅ. चातिष मोहंता, डाॅ. दीपक कुमार साहू एवं अन्य चिकित्सा अधिकारियों का दल शामिल है। गौरतलब है कि उड़ीसा शासन द्वारा शहडोल जिले की स्वास्थ्य सेवाओं के अवलोकन हेतु तीन दिवसीय भ्रमण पर चिकित्सकों का दल भेजा है जो शहडोल जिले में तीन दिन रहकर यहां स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में किए गए बेहतर कार्यों का अवलोकन करेंगा। चिकित्सकों के दल ने आज जिला चिकित्सालय शहडोल का निरीक्षण किया तथा निरीक्षण के दौरान पत्रकारों से चर्चा की।

उड़ीसा के दल के टेस्ट में जिला चिकित्सालय पास


व्यवस्था देखकर कहा "वेरी नाईस मैनेजमेंट"


शहडोल कलेक्टर डाॅ. अशोक कुमार भार्गव डिजिटल चैम्पियन्स आॅफ डिस्ट्रिक्ट इन इंडिया" श्रेणी में "मंथन अवार्ड" से सम्मानित

शहडोल कलेक्टर डाॅ. अशोक कुमार भार्गव के नेतृत्व में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचार हेतु शहडोल जिले को साउथ एशिया एवं एशिया पैसेफिक (डिजिटल इनक्लूजन फार डव्हलपमेंट) द्वारा राष्ट्रीय स्तर की अत्यंत संघर्षपूर्ण प्रतिस्पर्धा में देश के प्रथम पांच जिलों में सम्मिलित करते हुए "डिजिटल चैम्पियन्स आॅफ डिस्ट्रिक्ट इन इंडिया" श्रेणी में "मंथन अवार्ड" से सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि शहडोल कलेक्टर कीे सकारात्मक पहल एवं कुशल नेतृत्व में शहडोल जिले को वर्ष 2013 में भी "मंथन अवार्ड" से सम्मानित किया गया था।

Wednesday 10 December 2014

कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति द्वारा शहडोल जिले में कृषि के क्षेत्र में किये जा रहे नवाचारों का अवलोकन

कलेक्टर शहडोल डॉ अशोक कुमार भार्गव के नेतृत्व में आत्मा परियोजना द्वारा अरहर की पैदावार बढ़ाने वाली धारवाड़ पद्धति एवं धान की लुप्त होती जा रही प्रजाति को  बचाने में किये जा रहे नवाचारों एवं प्रयासों का अवलोकन करते हुए कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति डॉ व्ही एस तोमर, संचालक विस्तार सेवाएं डॉ पी के मिश्रा, संचालक प्रक्षेत्र डॉ डी के मिश्रा, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ टी आर शर्मा एवं डीन कृषि महाविद्यालय रीवा डॉ एस के पाण्डेय |